हैलो लेडिज, नारिछ्बी ब्लॉग में आपका स्वागत है उम्मीद करते है आपको हमारे पिछले आर्टिकल बेहद पसंद आये होंगे। आज भी हम आपके लिए एक ऐसा ही आर्टिकल लेकर आये जिसमे हम आपको आपकी सेहत से खिलवाड़ हो रहे कुछ बातों से अवगत कराएँगे चलिए फिर देर किस बात की शुरू करते है। आज की हमारे आर्टिकल का विषय है की मटके के पानी पीने के क्या फायदे (What is Benefit of Matka Water) है। यह एक बहुत ही साधारण विषय जरुर है लेकिन आपको इसके फायदे शायद नहीं पता होंगे और पता भी होंगे तो कुछ ही परन्तु आज हम आपको पुरे 7 फायदे बताने वाले है।
फ्रीज और RO चलन अब बहुत बढ़ चूका है लोग अब पानी पिने के लिए इन्ही चीजों पर निर्भर हो चुकें है क्योकिं वह मटके के पानी की अहमियत भूलते जा रहे है लेकिन जैसे ही कोई बीमारी शुरू होने लगती है हम इस बात पर ध्यान देने लगते है हमारी आदतों और दिनचर्या में ऐसा क्या गलत हो रहा है जो हमें बीमार कर रहा है।
वैसे कई बिमारियों की जड़ तो केवल फ्रीज ही है एक्सपर्ट के अनुसार फ्रीज में एक तरह की गैस रिलीज होती है, जो की सेहत को ख़राब करने लिए काफी है क्योकिं यह गैस खाद्य पदार्थों और पानी के माइक्रोन्यूट्रीएंट्स को ख़त्म कर देती है। आपने यह भी महसूस किया होगा की फ्रीज का पानी कभी भी आपको पानी पिने की संतुष्टि नहीं देता है। वहीँ दूसरी तरफ मटके के पानी में नेचुरल ऑक्सीजन होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए बढ़िया है। (What is Benefit of Matka Water)
क्या आपको यह पता है की मटके का पानी ठंडा कैसे होता है ? चलिए फायदे जानने से पहले हम इस बात को जानते है-
मटके का पानी कैसे ठंडा होता है
यह प्रक्रिया वैसी ही है जैसे हमारे शरीर से पसीना आता है हवा चलने पर यह आपको ठंडक का अहसास दिलाता है। ठीक इसी मटके में कुछ छोटे-छोटे छिद्र होते है जिससे हवा का आना-जाना होता है। इन्हीं सूक्ष्म छिद्रों से पानी रिसता हुआ बाहर आता और हवा के प्रभाव से मटके की उस सतह पर ठंडक बढती है और अन्दर का पानी ठंडा होने लगता है। जितना ज्यादा हवा और मटके का संपर्क होता है जितना ज्यादा हवा मटके के आर-पार होती है उतना ही ज्यादा पानी ठंडा होता है।
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अब जानते है मटके के पानी को पिने के फायदे के बारे में (What is Benefit of Matka Water)
प्राकृतिक ठंडक (Natural Cooling)
गर्मी के दिनों में बिजली के भाव से फ्रीज पर ही निर्भरता ठीक नहीं ऐसे समय में मिटटी के बर्तनों में पानी रखना पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ज्यादा महँगा भी नहीं है। हमने ऊपर जाना की मटके या मिटटी के बर्तन में छोटे छेद होते है जिसके कारण पानी में ठंडक आती है। यह एक नेचुरल प्रक्रिया है और स्वास्थ्य वर्धक भी है इसलिए मिटटी का घड़ा ठन्डे पानी के लिए बढ़िया साधन है।
क्षारीय प्रकृति (Alkaline Nature)
हमारे शरीर की प्रकृति अम्लीय होती है जो हमारे भोजन को पचाने वाले अम्लों और कुछ दूषित चीजों के इकट्ठा होने से होती है। अम्लीय और क्षारीय प्रकृति मतलब pH लेवल है pH लेवल को 1-14 तक रखा जाता है। 7 से निचे जाने पर अम्लीय (एसिडिक) और 7 से ऊपर होने पर क्षारीय (एल्कलाइन) प्रकृति होती है। यदि किसी की प्रकृति 7 पर ही है तो वह न अम्लीय है न क्षारीय।
यदि आपके शरीर की अम्लीयता (एसिडिक) बढती है तो भविष्य में गंभीर बिमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। मटके के पानी में क्षारीय गुण होते है और अम्लीयता को घटाने के लिए क्षारीय प्रकृति के पदार्थों का सेवन किया जाना चाहिए। यदि आप मिटटी के घड़े में रखे पानी का सेवन करते है तो अम्लीयता घटेगी और क्षारीयता बढ़ेगी मतलब कुल मिलकर सेहत ठीक रहेगी।
कोई हानिकारक तत्व नहीं (No Harmful Ingredients)
बाजार में बिकने वाली पानी की बोतलों का प्लास्टिक एक बार के उपयोग के लिए बनाया जाता है। इनमे ख़राब क्वालिटी के प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे BPA जैसा हानिकारक तत्व होता है। इससे शरीर के कई तकलीफें पैदा होने लगती है। मिटटी के बर्तन में पानी रखना न केवल पानी को मिनरल्स देता है साथ ही यह उसे दूषित होने से भी बचाता है।
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मेटाबोलिज्म को बढ़ाना (Boost Metabolism)
मिटटी के मटके का पानी सिर्फ शरीर का pH ही बैलेंस नहीं करता बल्कि यह मेटाबोलिज्म को भी तंदुरस्त रखता है जिसका सीधा असर हमारे तन-मन और मस्तिस्क पर होता दिखाई देता है। कहा जाता है कि जिसका पाचन सही उसकी सेहत भी सही।
लू लगना ( Prevents Sunstroke)
गर्मी में वैसे भी धुप इतनी ज्यादा तेज होती है की लू लगना आम बात है। गरम हवाओं के लपटे शरीर को हद से ज्यादा गर्मी से भर देते है परन्तु यदि ऐसे समय में आप फ्रीज के बजाय मटके के पानी को पियेंगे तो यह आपको लू लगने से बचाने में काफ़ी फायदेमंद है।
गले को देता है आराम (Soothes the Throat)
जिन लोगो को हमेशा सर्दी, जुकाम और अस्थमा जैसी बीमारियाँ घेरे रहती और वे गर्मी में ठन्डे पानी को पिने के लिए तरसते है तो उन्हें इस बात का पता होना चाहिए की वे लोग यदि फ्रीज के ठन्डे पानी को बजाय मिटटी के मटके या सुराही में रखा पानी पी सकते है। इससे उन्हें किसी तरह की कोई भी गले से सम्बंधित समस्या नहीं बढेगी क्योकि यह एक प्राकृतिक उपाय है शरीर को ठंडक देने का।
प्राकृतिक शोधक (Natural Purifier)
मिटटी के बर्तन न केवल पानी को ठंडा करते है बल्कि नेचुरल तरीके से पानी का शोधन भी करते है। मिटटी के बर्तन कई समय तक पानी में दूषित पदार्थों को बढ़ने से रोकते है और उसे पिने योग्य बनाये रखते है। आपने राहगीरों के लिए लगाये गए मिटटी के पियाऊ जरुर देखे होंगे वह मिटटी के लिए इसलिए होते है की उसमे पानी लम्बे समय तक रखे रहने से भी ख़राब नहीं होता और ठंडक भी देता है।
आपने जाना –
What is Benefit of Matka Water में आपने जाना की मिट्टी के बने मटके का पानी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है तो इस गर्मी कोशिश करे की मटके का ही उपयोग हो ताकि आपको इसके फायदे महसूस हो। उम्मीद करते है आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा तो प्लीज इसे जरुर शेयर करे ताकि अन्य लोगों को भी इसके फायदे पता चले।
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